पीसी या पर्सनल कंप्यूटर क्या है? – What is PC In Hindi
हेलो फ्रेंड्स, आज के इस आर्टिकल में हम PC जिसे Personal Computer भी कहा जाता है के बारे में बात करने वाले है।
आज हम विस्तार से जानेंगे कि PC Kya Hai? पीसी कितने प्रकार के होते है और इसका क्या इतिहास है?
तो आइये अब बिना समय गवाए सबसे पहले ये जान लेते है कि पीसी क्या है? (What is PC In Hindi)
पीसी क्या है? – What is PC In Hindi
Definition -: पीसी एक जनरल पर्पस, सिग्नल यूजर कंप्यूटर है जिसे एक समय में एक ही व्यक्ति उपयोग कर सकता है।
PC का पूरा नाम Personal Computer है, क्योकि इसका उपयोग व्यक्ति के पर्सनल कामो के लिए किया जाता है। इसका दूसरा नाम डेस्कटॉप कम्प्यूटर भी है क्योकि इसे हम टेबल पर रखकर चलाते है।
माइक्रो कंप्यूटर, लैपटॉप कंप्यूटर, डेस्कटॉप कंप्यूटर तथा टैबलेट आदि पर्सनल कंप्यूटर के कुछ उदाहरण हैं ।
PC में एक सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट होता है इसमें मैग्नेटिक हार्ड डिस्क और कई सारे इनपुट/आउटपुट डिवाइस जैसे, डिस्प्ले, माउस, मांडेम तथा प्रिंटर इत्यादि शामिल रहते हैं।
आजकल PC शब्द बहुत ही प्रचलन में है और ज्यादातर घरों में पर्सनल कंप्यूटर ही होते है। जिसे कई कामों में उपयोग में लाया जाता है इसे इस तरह से डिजाइन किया गया है कि इसे एक टाइम पर केवल एक व्यक्ति ही यूज कर सके ।
PC एक छोटा और कम लागत वाला कंप्यूटर है, जो 1980 के दशक की शुरुआत में लोकप्रिय हो गया और सन 1982 में टाइम मैगज़ीन द्वारा पीसी को मैन ऑफ़ द ईयर के रूप में चुना गया।
पर्सनल कंप्यूटर कितने प्रकार के होते हैं? (Types of PC In Hindi)
उपयोग और डिजाइन के हिसाब से और इनके कार्य क्षमता के हिसाब से पर्सनल कंप्यूटर अलग अलग प्रकार के होते हैं जो कि निम्नलिखत है -:
1. डेस्कटॉप कंप्यूटर (Desktop Computer)
इसे खास कर टेबल पर रखकर यूज करने के लिए डिजाइन किया गया है इसमें एक सिस्टम यूनिट होता है जिससे सारी चीजें जैसे माउस, मॉनिटर, कीबोर्ड आदि कनेक्ट किया जाता है।
यह सभी टाइप के कीबोर्ड, माउस को सपोर्ट करता है। यह अतिरिक्त स्टोरेज व मेमोरी भी प्रदान करती है जिससे हमें स्टोरेज की समस्या न हो।
2. नोटबुक (Notebook)
Notebook को ही हम लैपटॉप के नाम से जानते है इसे इस प्रकार से डिजाइन किया गया है कि यह फ्लिप करके (अर्थात मोड़कर) खोला जा सके ।
यह एक पोर्टेबल डिवाइस है जिसे आप कही भी ले जा सकते है। इसका वजन बहुत ही काम होता है जिसके कारण से इसको एक जगह से दूसरी जगह आसानी से ले जाया जा सकता है।
यह डेस्कटॉप कम्प्यूटर जितना पॉवरफुल नहीं होता है लेकिन इसमें लगभग सभी काम अच्छी तरह से किए जा सकते है।
3. टेबलेट (Tablet)
टेबलेट एक प्रकार का पोर्टेबल पर्सनल कंप्यूटर है जिसे आप अपने सुविधा के अनुसार कहीं भी ले जा सकते हैं।
इसका स्क्रीन स्मार्टफोन से बड़ा होता है। इसमें टच mode होता है इसमें प्वाइंटर या फिर माउस नहीं होते है इसे टच करके ही चलाया जाता है। इसमें स्टोरेज एक लिमिट में होता है इसमें बहुत ज्यादा स्टोरेज नहीं होता।
4. स्मार्टफोन (Smartphone)
स्मार्टफोन आजकल सबके हाथों में दिखाई देता है। इसमें वीडियो कॉल, GPS, तथा इंटरनेट चलाने की सुविधा होती है। आजकल स्मार्टफोन का craze काफी बड़ गया है। इसमें लगभग हर काम हो जाते हैं लेकिन इनमें कंप्यूटर जितनी क्षमता नहीं होती।
पर्सनल कंप्यूटर के कौन कौन से भाग होते हैं? (Parts of Personal Computer In Hindi)
पीसी के बहुत सारे भाग होते हैं जो कि निम्नलिखित हैं -:
1) System Unit
सिस्टम यूनिट, पर्सनल कंप्यूटर का ही एक भाग है इसी से सारे काम नियंत्रित किए जाते हैं इसके पीछे के भाग से ही कीबोर्ड, माउस, प्रिंटर आदि तार की सहायता से जुडे़ होते हैं।
इसमें हार्ड डिस्क, सीडी ड्राइव और फ्लॉपी डिस्क अंदर से ही जुड़े रहते हैं। यह PC का मुख्य भाग है जिन्हें सॉफ्टवेयर के द्वारा नियंत्रित किया जाता है।
सिस्टम यूनिट के मुख्य भाग है -:
- CPU
- Motherboard
- RAM
- ROM
- Graphic Card
- Power Supply
1) CPU (Central Processing Unit) – यह पर्सनल कंप्यूटर से जुड़े सभी उपकरण को नियंत्रण करता है इसे हम माइक्रोप्रोसेसर या प्रोसेसर के नाम से जानते है। CPU में मुख्य तीन भाग होते हैं -:
- Main Memory :- यह Present में चल रहे डाटा को स्टोर करने का काम करता है।
- ALU(Arithmetic Logic Unit) :- इसका काम अंकगणितीय तथा तार्किक गणनाओ को सॉल्व करने में मदद करना है। यह सभी प्रकार की गणना को करने में सक्षम है।
- कंट्रोल यूनिट :- यह Computer में हो रहे सभी कामों को नियंत्रित करता है।
2) मदर बोर्ड (Motherboard) – यह कंप्यूटर का एक मुख्य भाग है। यह प्लास्टिक का बना हुआ एक सर्किट बोर्ड होता है जिसमे काफी सारे छोटे छोटे महीन धागे के समान संरचना बना होती है। इस संरचना को टेक्निकल Language में हम bus कहते हैं । जिसके कारण ही विभिन्न सूचनाओ का आदान प्रदान इसी मदरबोर्ड के माध्यम से होता है। यह कंप्यूटर का मुख्य पटल होता है।
3) रैम (RAM) – इसका पूरा नाम Random Access Memory है। जो मदरबोर्ड पर लगाया जाता है। यह एक Temporary Memory होता है जिसमे स्टोर डेटा कंप्यूटर बंद हो जाने के बाद नष्ट हो जाता है।
4) रोम (ROM) – इसका पूरा नाम Read Only Memory होता है यह एक Permanent Memory होता है जिसमे स्थित डेटा कम्प्यूटर बंद करने के बाद भी स्टोर रहती है नष्ट नहीं होती . इसमे स्थित डेटा को हम बदल नहीं सकते ।
5) ग्राफ़िक कार्ड (Graphic Card) – इसे ग्रफिक्स एक्सेलेरेटर कार्ड, डिस्प्ले एडेप्टर या वीडियो कार्ड भी कहा जाता है. यह हार्डवेयर का भाग है। इसका काम स्क्रीन पर चित्र दिखाना होता है इसी की वजह से हम स्क्रीन पर फोटो देख पाते हैं।
6) Power Supply – यह AC वोल्टेज को सभी कंप्यूटर भाग के लिए DC वोल्टेज में बदलने का काम करती है। कंप्यूटर के घटकों को 5 वोल्ट (+,-) की जरुरत होती है इसे पीसी के पीछे भाग से जोड़ा जाता है।
2) Hard Disk
हार्ड डिस्क एक बहुत ही बड़ा स्टोरेज device है इसमें सॉफ्टवेयर और फाइल डाटा स्टोर होती है आवश्यकता अनुसार कंप्यूटर इसका यूज करता है। यह एक स्थाई डेटा स्टोर करने वाला डिवाइस है।
3) CD Drive
CD से डाटा पढ़ने या लिखकर स्टोर करने के लिए इसकी आवश्कता होती है।
4) Floppy Drive
Floppy ड्राइव को पढ़ने या लिखने के लिए उपयोग में लाया जाता है।
5) Monitor
मॉनिटर एक बड़ा स्क्रीन होता है यह एक आउटपुट डिवाइस है इसके द्वारा ही हम सारे डेटा को पढ़ पाते है यह सीपीयू से जुड़ा हुआ रहता है।
6) Mouse
यह एक इनपुट डिवाइस है इसे प्वाइंटर भी कहा जाता है इसकी वजह से हम properly किसी जगह पर पॉइंट कर पाते है इसमें दो बटन या तीन बटन होते है। यह कंप्यूटर में प्रतिक्रिया इनपुट करने में काम आता है इसका आकार माउस के जैसे होता है इस कारण इसे हम माउस के नाम से जानते हैं।
7) Key Board
Personal Computer में डाटा को इनपुट करने के लिए Keyboard का उपयोग किया जाता है इसके द्वारा text तथा न्यूमेरिक Word डालते है एक नॉर्मल कीबोर्ड में 104 Keys होते है।
8) Speaker
स्पीकर एक आउटपुट डिवाइस है जिसका उपयोग ज्यादातर मनोरंजन के किए किया जाता है यह ध्वनि के रूप में आउटपुट देता है।
9) Printer
यह भी एक आउटपुट डिवाइस है जो फोटो प्रिंट करने का काम करता है। यह हार्ड कॉपी प्रिंट करता है। प्रिंटर में स्याही डाली जाती है।
10) Scanner
यह उपकरण फोटो को स्कैन करके बाइनरी कोड में बदलकर उसे कंप्यूटर तक पहुंचाता है।
11) Modem
इसे हम Modulator – Demodulator भी कहते है यह टेलीफोन लाइन को कंप्यूटर से जोड़ने का काम करती है यह डेटा को एक स्थान से दूसरे स्थान तक भेजता है।
तो दोस्तों ये थे एक पर्सनल कम्यूटर के मुख्य भाग, जिनके बारे में आप निचे दिए गए लिंक पर क्लिक करके और अधिक विस्तार से जान सकते है।
- माउस क्या है? – What is Mouse In Hindi
- प्रिंटर क्या है? – What is Printer In Hindi
- स्कैनर क्या है? – What is Scanner In Hindi
- स्पीकर क्या है? – What is Speaker In Hindi
- सीपीयू क्या है? – Central Processing Unit In Hindi
- मदरबोर्ड क्या है? – What is Motherboard In Hindi
- रैम क्या है? – What is RAM In Hindi
- रोम क्या है? – What is ROM (Read Only Memory)
- मॉडेम क्या है? – What is Modem In Hindi
पर्सनल कंप्यूटर की विशेषताएं – Features of Personal Computer In Hindi
इसकी कुछ विशेषताएं निम्नलिखित है –
- Speed : Personal Computer एक सेकंड में लाखो गणनाएं कर सकती है।
- Accuracy : इसमें गलती होने की संभावना नहीं के बराबर होती है ।
- Permanent Storage : इसमें बहुत सारे भंडारण क्षमता होती है जिसकी वजह से हम इसमें कई सारे डेटा स्टोर कर सकते हैं।
- Quick Decision : यह कोई भी काम जल्दी से करता है इसकी decision पॉवर बहुत ही ज्यादा होती है।
- Repetition : इसे बार बार निर्देश देकर ही काम कराया जा सकता है यह अपने आप काम नहीं करता है यह निर्देश देने पर ही काम करता है।
पर्सनल कंप्यूटर का उपयोग – Uses of Personal Computer In Hindi
- इसका उपयोग फाइनेंस activity, अकाउंट चलाने, डेटाबेस चलाने और कई अन्य कार्यों के लिए किया जाता है।
- यदि आपका पीसी इंटरनेट से जुड़ा है तो आप इसका उपयोग तुरंत मैसेज के माध्यम से दोस्तों के साथ बातचीत करने व ब्राउज़ करने, ईमेल की जांच करने, डाटा या फ़ाइलों को डाउनलोड करने के लिए भी कर सकते हैं।
- पर्सनल कंप्यूटर का उपयोग Spreadsheet बनाने, पेपर लिखने, गेम खेलने के लिए किया जाता है।
- घर पर इसका उपयोग बड़े पैमाने पर गेम खेलने, मल्टीमीडिया, मनोरंजन, इंटरनेट चलाने के लिए किया जाता है।
- इसका उपयोग बिज़नेस, बैंकिंग, मार्केटिंग, मेडिकल फील्ड, साइंस एंड रिसर्च, गवर्मेंट काम में भी किया जाता है।
पर्सनल कंप्यूटर की कीमत कितनी होती है?
जिस तरह पर्सनल कंप्यूटर कई प्रकार के होते हैं वैसे ही इसके प्राइस भी अलग लग होते है अगर किसी PC में ज्यादा फीचर्स है तो वह ज्यादा कीमत की होगी और अगर कम फीचर वाली PC होंगी तो उसका प्राइस भी कम होगा आपको बता दे की PC, 12,000 रुपए से लेकर 2 लाख रुपए तक आती है।
पर्सनल कंप्यूटर का इतिहास (History of PC In Hindi)
MITS नामक एक छोटी सी कंपनी ने सबसे पहले पर्सनल कंप्यूटर बनाया था उस पर्सनल कंप्यूटर को उस समय Altair कहते थे उस समय Altair लोकप्रिय था मगर व्यवसायिक काम सीमित होता था। बाद में 1976 में जाकर स्टीव जॉब और स्टीव वॉजनिएक ने मिलकर apple1 को डिजाइन किया जिसमें MOS 6502 Processor का इस्तेमाल किया गया ।
पर्सनल कंप्यूटर की क्रांति का सफर 1977 में शुरू हुआ जब एप्पल कंपनी ने apple2 नामक एक रंगीन कंप्यूटर को लॉन्च किया जो फ्लॉपी डिस्क को भी सपोर्ट करता था।
एप्पल III जिसमें 128 KB मेमोरी, एक इंटरनल फ्लॉपी ड्राइव और एप्पल II Simulation के साथ पेश किया गया था। यह लोगों को पसंद नहीं आया जिसकी वजह से एप्पल को सभी पीसी वापिस मंगाने पड़े, जो कुछ भी समस्याएं थी उन्हें ठीक कर कुछ समय बाद 120 KB रेम के साथ दोबारा रिलीज किया गया। यह 5 KB हार्ड ड्राइव सपोर्ट करने वाला एप्पल का पहला पर्सनल कंप्यूटर था।
1981 की शुरुआत में एडम ओसबोर्न ने पहला पोर्टेबल कंप्यूटर पेश किया जिसे ओसबोर्न 1 नाम दिया गया। यह एक सूटकेस के आकार का था यह 5.25 इंच की फ्लॉपी और 5 इंच की डिस्प्ले के साथ आता था। यह CP/M ऑपरेटिंग सिस्टम्स पर काम करता था।
1981 की मुख्य घटनाओं में से एक थी IBM PC का लाँच होना। आईबीएम पीसी को 12 अगस्त को लॉंच किया गया था। लॉंच होते ही यह लोगों के बीच बहुत लोकप्रिय हो गया था।
एप्पल ने लीसा नाम पहला कंप्यूटर रिलीज किया जो माउस तथा ग्राफिक यूजर इंटरफेस के साथ आता था। इसकी कीमत उस समय लगभग 10000 डालर थी। जो बेशक हर कोई उस समय इसे अफोर्ड नहीं कर सकता था।
माइक्रोसॉफ्ट विंडोज 3.0 को 1992 में रिलीज किया गया था। धीरे धीरे माइक्रोसॉफ्ट विंडोज पीसी में बहुत लोकप्रिय ऑपरेटिंग सिस्टम बन गया और देखते ही देखते माइक्रोसॉफ्ट विंडो पीसी का डीफॉल्ट OS के रूप में आने लगा।
एप्पल ने 1995 में कंप्यूटर पॉवरबुक 5300 लांच किया। यह पहला मैंनस्ट्रीम डेस्कटॉप कंप्यूटर था जिसमें 300MHz का सीपीयू लगा था। इस प्रकार पर्सनल कंप्यूटर Evolve होते होते मोबाईल फोन का रूप ले लिया है।
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- माइक्रो कंप्यूटर क्या है? – What is Micro Computer In Hindi
- Mini Computer क्या है? – What is Mini Computer In Hindi
- Mainframe Computer क्या है? – Mainframe Computer In Hindi
- सुपर कंप्यूटर क्या है? – What is Supercomputer in Hindi
- Workstation Computer क्या हैं? What is Workstation Computer In Hindi
Conclusion
दोस्तों आज के इस आर्टिल्स में हमने PC (Personal Computer) के बारे में बात की और जाना कि पर्सनल कंप्यूटर क्या है? (What is PC In Hindi) पर्सनल कंप्यूटर कितने प्रकार के होते है? (Types of Personal Computer In Hindi) और पर्सनल कंप्यूटर का इतिहास क्या है?
तो दोस्तों आशा करता हूँ कि आपको ये आर्टिकल पसंद आया होगा और यदि ये आर्टिकल आपको पसंद आया है तो इस आर्टिकल को अपने दोस्तों को शेयर करना न भूलिएगा ताकि उनको भी PC Kya Hai के बारे में जानकारी प्राप्त हो सके .
अगर आप कंप्यूटर फंडामेंटल के Complete Notes चाहते है तो मेरे इस आर्टिकल Computer Fundamental Notes In Hindi को देखे | यहाँ आपको कंप्यूटर फंडामेंटल्स के सभी टॉपिक्स step by step मिल जाएगी |
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