MICR क्या है? – What is MICR In Hindi

दोस्तों, किसी भी बैंक के Cheque Book में नीचे की तरफ Bank Account के बारे में पूरी जानकारी लिखी गई होती है, जो कि डिजिट अर्थात Number में लिखी गई होती है जिसे हम MICR के नाम से जानते है और जिसके बारे में हम आज के इस आर्टिकल में बात करने वाले है। 

आज हम विस्तार से जानेंगे कि MICR Kya Hai? इसका क्या उपयोग है? ये कैसे कार्य करता है? और इसकी क्या विशेषताएं है?

तो आइये अब बिना समय गवाए जानते है कि MICR क्या है? (What is MICR In Hindi)

MICR क्या है? - What is MICR In Hindi

MICR क्या है? – What is MICR In Hindi

MICR का पूरा नाम “Magnetic Ink Character Recognition” है, इसका इस्तेमाल मुख्य रूप से चेक की पहचान करने और उसे प्रोसेस करने के लिए किया जाता है।

चेक पर MICR, characters की एक श्रृंखला होती है जो चेक के नीचे बाईं ओर दिखाई देती है। इसमें संख्याओं के तीन समूह होते हैं, जिनमें bank code, city code और bank’s branch code शामिल होता हैं।

नोट -:

आपके चेक पर प्रिंट MICR का फॉर्मेट एक देश से दूसरे देश में भिन्न हो सकता है। उदाहरण के लिए:- भारत में, MICR के पहले तीन अंक आपके शहर (अर्थात शहर कोड) का प्रतिनिधित्व करते हैं, अगले तीन अंक आपके बैंक (अर्थात बैंक कोड) का प्रतिनिधित्व करते हैं और अंतिम तीन अंक आपके बैंक की शाखा (अर्थात बैंक शाखा कोड) का प्रतिनिधित्व करते हैं। जबकि यूएस में, MICR में रूटिंग नंबर, अकाउंट नंबर और चेक नंबर होते हैं। जो की दर्शाता है कि देश के आधार पर MICR में थोड़ा बदलाव हो सकता हैं।

Summary 

  • MICR, चेक के नीचे बाईं ओर characters की स्ट्रिंग होती है जिसे MICR Code कहा जाता है 
  • इस MICR कोड में कुल 9 डिजिट होते है जो कि पहले के 3 डिजिट शहर के नाम होते हैं बीच के 3 डिजिट बैंक के नाम होते हैं तथा आखिर के 3 डिजिट में ब्रांच नाम छुपा हुआ होता है।
  • इसकी मदद से Cheque पर चुम्बकीय स्याही से लिखे हुए शब्दों की पहचान की जाती है।
  • चुंबकीय स्याही और यूनिक फोंट के उपयोग के कारण उन्हें नकली या कॉपी नहीं किया जा सकता।
  • इसका उपयोग किसी मशीन को जानकारी पढ़ने, प्रोसेस करने और रिकॉर्ड करने में सक्षम बनाने के लिए किया जाता है।
  • यह बड़े पैमाने पर बैंकों और अन्य संगठनों में उपयोग किया जाता है। 
  • इसका इस्तेमाल बैंकों द्वारा चेक को प्रोसेस करने और क्लियर करने के लिए किया जाता है। 
  • MICR का उपयोग दस्तावेजों को verify करने के लिए भी किया जाता है।
  • MICR सूचनाओं को स्कैन करने और प्रोसेस करने की एक सुरक्षित और तेज़ तकनीक है। 
  • MICR के उपयोग से सुरक्षा और बढ़ सकती है।
  • MICR को 1950 के दशक के अंत में विकसित किया गया था और अब यह विश्व स्तर पर उपयोग में है।

MICR कैसे कार्य करता है? – How MICR Work In Hindi

MICR, दो फॉन्ट पर काम करता है -:

1) E- 13B – यह 14 characters का एक समूह है, जिसमें दस डेसीमल डिजिट्स और कुछ स्पेशल सिम्बल्स शामिल हैं। E-13B, मुख्य रूप से उत्तरी अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया  यूनाइटेड किंगडम और कई एशियाई देशो में उपयोग किया जाता है।

2) CMC-7 – इसमें एक बारकोड फॉर्मेट होता है और यह 15 characters का एक सेट होता है। CMC-7 फ़ॉन्ट मुख्य रूप से यूरोप और दक्षिण अमेरिका के कुछ हिस्सों में उपयोग किया जाता है।

इनमें से कोई भी एक फॉन्ट डाक्यूमेंट्स पर प्रिंट होता है, फोंट की छपाई में चुंबकीय स्याही या टोनर का उपयोग किया जाता है। चुंबकीय स्याही या टोनर को ठोस रूप से आयरन ऑक्साइड से तैयार किया जाता है ताकि रीडर इसे तेजी से पकड़ सके।

नोट -: भले ही छपाई खराब हो गई हो या ओवरप्रिंट हो गई हो, फिर भी Magnetic scanning technology दस्तावेज़ को आसानी से पढ़ सकती है।

जब इस चुंबकीय स्याही वाले दस्तावेज़ (जैसे बैंक चेक और ड्राफ्ट) को प्रोसेस किया जाना होता है, तब इसे एक मशीन के माध्यम से पारित किया जाता है जो स्याही को चुम्बकित करता है, और फिर special character जानकारी निकाली जाती है और characters के रूप में translate की जाती है। 

इस प्रकार कंप्यूटर बिना किसी मानवीय हस्तक्षेप के आसानी से पता लगा सकता है कि चेक किस शाखा का है।

MICR का इतिहास – History of MICR In Hindi

MICR कोड के आविष्कार से पहले, चेक और दस्तावेजों की निकासी में मैन्युअल प्रोसेसिंग के कारण बहुत समय लगता था। इसके अलावा, प्रोसेसिंग डिफीकल्टी के कारण, चेकों की लंबित संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही थी। ऐसी स्थिति से बचने के लिए, ताकि दस्तावेजों को आसानी से जाली न बनाया जा सके, MICR की खोज की गई।

1950 के दशक के मध्य तक, General Electric Computer Laboratory ने Standards Research Institute के साथ मिलकर, E-13B फ़ॉन्ट प्रणाली प्रोसेस करने के लिए पहली बार MICR स्वचालित प्रणाली लेकर आई.

1957 में, फ्रांस में, CMC-7 फॉन्ट ग्रुप बुल द्वारा बनाया गया था, जिसे बाद में कई यूरोपीय देशों द्वारा अपनाया गया। यह प्रयास मैन्युअल प्रयास को कम करने और किसी भी त्रुटि की संभावना को कम करने में बहुत प्रभावी था।

संयुक्त राज्य अमेरिका पहला ऐसा देश था जिसने MICR को negotiable instruments के मानक के रूप में अपनाया था 

अमेरिकन बैंकर्स एसोसिएशन या ABA ने MICR को standard माना क्योंकि ये कोड पढ़ने में आसान थे और उस समय उपलब्ध तकनीक का उपयोग करके print किए जा सकते थे।

फिर 1963 में ABA के MICR standards ने अमेरिकी राष्ट्रीय मानक संस्थान (ANSI) को प्रभावित किया, जिसके कारण MICR नया standard बन गया। कोई भी संस्था, बैंक या सरकार जो ANSI के MICR मानकों का पालन नहीं करती थी, उन पर भारी शुल्क लगाया जाता था।

MICR कोड की विशेषताएं – Features of MICR Code

MICR कोड की मुख्य विशेषताएं निम्नलिखित हैं:

  • MICR रीडर, MICR कोड को आसानी से पढ़ सकता है, भले ही उस पर कोई stamp या mark क्यों न हो।
  • यह error free कार्य प्रदान करता है।
  • Error वाले MICR कोड या MICR फोंट जो ऐसे मानदंडों को पूरा नहीं करते हैं उन्हें सीधे अस्वीकार कर दिया जाता है। 
  • चुंबकीय स्याही और यूनिक फोंट के उपयोग के कारण उन्हें नकली या कॉपी नहीं किया जा सकता।
  • यह high safety मानकों की गारंटी देता है।

MICR Code कैसे पता करें ?

आप अगर अपना MICR कोड जानना चाहते है तो आप निचे दिए गए इन कुछ स्टेप को फॉलो करे -: 

बैंक चेक के द्वारा:-

MICR कोड आप अपने बैंक के Cheque में देख सकतें हैं यह आपके बैंक चेक के नीचे सफेद रंग के पट्टी के अंदर होता है जिसे हम MICR बैंड कहते हैं।

DD और Pay Order के द्वारा

जब आप किसी बैंक में डिमांड ड्राफ्ट या फिर पे ऑर्डर करवाते हैं तो वहां आपको MICR देखने को मिलता है। 

वेबसाइट के द्वारा:-

1) सबसे पहले आपको अपना Chrome ब्राउज़र ओपन करता है और गूगल में MICR Code सर्च करना है और यदि आप अपना ब्रांच जानते है तो उसको भी आगे डाल सकते हैं। उदाहरण -: MICR Code Branch_Name

2) इसके बाद आपको ऊपर के किसी भी एक वेबसाइट को ओपन करना है और उसमे बैंक का चुनाव करना है और उसके बाद आप नीचे आएंगे तो आपको अपना राज्य और जिला Choose करने को मिलेगा जिसे आपने सेलेक्ट करना है।

3) जैसे ही आप सारी जानकारी भर लेंगे आपको Enter पर Press करना है उसके बाद आपका MICR नंबर आपको प्राप्त हो जाएगा।

यह एक बहुत ही साधारण और आसान तरीका है MICR कोड ढूंढने का जो कि आपका टाइम Save करता है।

MICR Code के फायदे – Advantages of MICR In Hindi

MICR कोड के निम्नलिखित फायदे हैं – 

  • MICR कोड को मनुष्य भी आसानी से पढ़ सकता है और मशीन भी आसानी से पढ़ सकता है।
  • MICR कोड में डेटा को जल्दी से इनपुट किया जा  सकता है।
  • MICR कोड में किसी भी तरह की धोखाधड़ी नहीं की जा सकती यह बहुत ही सुरक्षित होता है।
  • MICR कोड की मदद से बैंकों में जल्दी काम होता है और काम में सटीकता आती है यह बैंक के लिए काफी फायदेमंद होता है। 

MICR Code के नुकसान – Disadvantages of MICR Code In Hindi

इसके कुछ हानि भी हैं जो कि निम्नलिखित है -:

  • MICR रीडर बहुत ही महंगे होते हैं इसे आम आदमी को खरीदने में मुश्किल होती हैं।
  • MICR रीडर सिर्फ एक विशेष प्रकार के Font और Ink को ही पहचान पता है।
  • MICR कोड पानी में भीग कर ख़तम हो सकते हैं।

MICR और OMR के बीच अंतर (Difference Between MICR and OMR  In Hindi)

MICR और OMR में निम्नलिखित अंतर हैं -:

MICROMR
MICR का पूरा नाम Magnetic Ink Character Recognition है ।OMR का पूरा नाम Optical Mark Recognition है ।
इसका उपयोग banking संस्थानों में cheque verification process में किया जाता है।इसका उपयोग printed forms से डेटा को प्रोसेस करने के लिए किया जाता है।
यह केवल विशेष स्याही को ही स्कैन कर सकता है जिसका उपयोग MICR characters लिखने में किया जाता है।यह डेटा निकालने के लिए किसी भी प्रकार के इंक बबल को स्कैन कर सकता है।
यह पहली बार 1950 के मध्य में इस्तेमाल किया गया था।इसे पहली बार 1857 में टेलीग्राफ में इस्तेमाल किया गया था।
इसे Stanford Research Institute और General Electric Computer Laboratory द्वारा विकसित किया गया था।इसे Gravic Incorporation द्वारा विकसित किया गया था।
यह OMR के अपेक्षाकृत कठिन होता है।इसे आसानी से implement किया जा सकता है।
इसका उपयोग बैंकों, Income tax offices, वित्तीय संस्थानों आदि में होता है।इसका उपयोग surveys, आंसर शीट्स और मतपत्रों में होता है।
MICR में विशेष font styles होते हैं जैसे CMC-7, E-138 आदि।इसमें कोई पूर्व-निर्धारित  font styles नहीं होते।

MICR और OCR के बीच अंतर (Difference Between MICR and OCR In Hindi) 

MICR और OCR में निम्नलिखित अंतर हैं -:

MICROCR
MICR एक कैरेक्टर स्कैनिंग तकनीक है लेकिन यह magnetic ink और विशेष characters का उपयोग करती है।OCR एक स्कैनर है जो टेक्स्ट वाले पेज को स्कैन करता है।
यह चेक में मौजूद विशेष जानकारी को स्कैन कर सकता है।यह किसी भी प्रकार के printed text को स्कैन कर सकता है 
यह E-138 और CMC-7 जैसे केवल पूर्व-निर्धारित फोंट का समर्थन करता है।यह फोंट के विभिन्न आकारों को supports करता है।
MICR में, केवल विशेष प्रकार – आयरन ऑक्साइड का उपयोग करके बनाई गई चुंबकीय स्याही का उपयोग किया जाता है।OCR में सभी प्रकार की इंक का उपयोग किया जाता है।
MICR में, स्कैन किए गए डेटा का उपयोग चेक को प्रोसेस करने के लिए किया जाता है।OCR में, स्कैन किए गए डेटा का उपयोग editing या printing के लिए किया जाता है।
जानकारी को स्कैन करने और प्रोसेस करने के लिए एक secure method की आवश्यकता होती है।इसके लिए एक secure method या सूचना की स्कैनिंग और प्रोसेसिंग की आवश्यकता नहीं होती।
MICR डेटा OCR डेटा की तुलना में अधिक विश्वसनीय होता है।MICR डेटा की तुलना में OCR डेटा कम विश्वसनीय होता है।
इसमें handwritten text को स्कैन करने में सक्षम नहीं होती।इसमें handwritten text को स्कैन करने की क्षमता होती है।

MICR Code और IFSC Code में क्या अंतर है? (MICR Code Vs IFSC Code In Hindi )

MICR और IFSC Code में निम्नलिखित अंतर हैं -:

MICR CodeIFSC Code
यह 9 अंक का कोड होता है।  यह 11 अंक का कोड होता है।  
इसका उपयोग चेक क्लियर के लिए किया जाता है जिससे कि चेक जल्दी से जल्दी क्लियर हो सकेइसका उपयोग ऑनलाइन Transaction के लिए किया जाता है। जिससे हम पैसे को एक जगह से दूसरे जगह ट्रांसफर कर सके
इसको चेक क्लीयरेंस के लिए सभी बैंकों में यूज किया जाता है।इसको दो बैंको के भीतर transaction के लिए यूज किया जाता है।
MICR कोड में न्यूमेरिक कोड होता हैIFSC Code में अल्फाबेट कोड होता है।

MICR से सम्बन्धित प्रश्न (FAQs)

Q1. MICR का पूरा नाम क्या है?

Ans -:  MICR का पूरा नाम Magnetic Ink Character Recognition है।

Q2. MICR का उपयोग कहा पर किया जाता है?

Ans -: MICR का ज्यादातर प्रयोग बैंकों में किया जाता है।

Q3. यह कितने डिजिट का नंबर होता है?

Ans -: यह 9 डिजिट का नंबर होता है।

Read More -:

निष्कर्ष

दोस्तों आज के इस आर्टिल्स में हमने MICR के बारे में बात की और जाना कि MICR क्या है? (What is MICR In Hindi) और इसकी क्या क्या विशेषताएं है?

तो दोस्तों आशा करता हूँ कि आपको ये आर्टिकल पसंद आया होगा और यदि ये आर्टिकल आपको पसंद आया है तो इस आर्टिकल को अपने दोस्तों को शेयर करना न भूलिएगा ताकि उनको भी MICR Kya Hai के बारे में जानकारी प्राप्त हो सके 

अगर आप कंप्यूटर फंडामेंटल के Complete Notes चाहते है तो मेरे इस आर्टिकल Computer Fundamental Notes In Hindi को देखे | यहाँ आपको कंप्यूटर फंडामेंटल्स के सभी टॉपिक्स step by step मिल जाएगी |

अगर आपको अभी भी MICR In Hindi से संबंधित कोई भी प्रश्न या Doubt है तो आप कमेंट्स के जरिए हमसे पुछ सकते है। मैं आपके सभी सवालों का जवाब दूँगा और ज्यादा जानकारी के लिए आप हमसे संपर्क कर सकते है |

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