सी लैंग्वेज सिखने की इस सीरीज में आज हम बात करने वाले है की Basic Structure of C Program के बारे में | जिससे की आप एक नार्मल प्रोग्राम आसानी से बना सको तो आइये जानते है सी लैंग्वेज के बेसिक स्ट्रक्चर के बारे में |

Table of Contents
Basic Structure of C Program in Hindi
सी लैंग्वेज में जब भी हम कोई प्रोग्राम बनाते है तो उस प्रोग्राम को हम छः डिफरेंट सेक्शन में बाँट सकते है ये सेक्शन कुछ इस प्रकार है -:
- Documentation (Documentation Section)
- Preprocessor Statements (Link Section)
- Definition Section
- Global Declarations Section
- Main functions Section
- User-Defined Functions or Sub Program Section
सी लैंग्वेज में ये सभी छः सेक्शन मिलकर Basic Structure of C Program बनाते है आइये अब हम इन सभी सेक्शन के बारे में विस्तार से जानते है -:
1. Documentation (Documentation Section)
प्रोग्राम को describe करने के लिए प्रोग्रामर Documentation Section में Comments लिखता है | Comments को कम्पाइलर इग्नोर कर देता है उसे स्क्रीन में प्रिंट नहीं करता | Comments सिर्फ उस प्रोग्राम को describe करने के काम में आता है | प्रोग्रामर Comments के अंदर उस प्रोग्राम का नाम, Author Name जो उस प्रोग्राम को बना रहा है और दूसरी जानकारियाँ जैसे – प्रोग्राम का date , उसका उद्देस्य आदि | ये सब कुछ Documentation Section के अंतर्गत लिखा जाता है |
सी लैंग्वेज में Comments के बारे में विस्तार से जानने के लिए इसे देखे – : Comments In C Language In Hindi
Example -:
/* File Name -: Hello.c
Author Name -: Jeetu Sahu
Date -: 27/12/2020
Description -: A Program to find Odd or Even Number
*/
2. Preprocessor Statements (Link Section)
Link Section के अंदर हम अपने प्रोग्राम में उपयोग होने वाले सभी Header Files को Declare करते है | Link Section से हम कम्पाइलर को इंस्ट्रक्शन देते है की वो system libraries से उन हैडर फाइल्स को जिसे हमने लिंक सेक्शन में डिक्लेअर किया है उसे हमारे इस प्रोग्राम में लिंक दे |
Example -:
#include<stdio.h>
#include<conio.h>
#include<string.h>
#include<math.h>
Link Section में इन सब Header Files के आलावा बहुत सरे Header Files होती है जिसे हम जरुरत पड़ने पर अपने प्रोग्राम में लिंक कर सकते है |
3. Definition Section
सी लैंग्वेज में हम जितने Symbolic Constant का उपयोग करते है उसका Definition इस Section में करते है इसलिए इस सेक्शन को Definition Section कहते है Macros का Definition इसी Section में किया जाता है |
Example -:
#define PI 3.14
4. Global Declarations Section
Global Declarations Section सेक्शन के अंदर हम ऐसे वेरिएबल को Declare करते है जिनको हम अपने प्रोग्राम में कही भी उपयोग कर सके | ऐसे वेरिएबल ग्लोबल वेरिएबल कहलाते है इन वेरिएबल्स को कोई भी फंक्शन कही पर भी उपयोग कर सकता है | Global Declarations Section में ही हम ऐसे फंक्शन को भी Declare करते है जिनको हम अपने प्रोग्राम में कही भी उपयोग चाहते हो और ऐसे फंक्शन Global Function कहलाते है |
Example -:
int area(int x);
int n;
5. Main functions Section
सी लैंग्वेज में जब भी हम कोई प्रोग्राम बनाते है तो उस प्रोग्राम में एक main() फंक्शन होता ही है | main() फंक्शन curly brackets से स्टार्ट होता है और curly brackets से ही ख़तम भी होता है | main() फंक्शन में हम इन curly brackets के अंदर ही अपना Statments लिखते है | main() फंक्शन के अंदर हम जो कोड लिखते है वो दो पार्ट में होते है एक Declaration Part और दूसरा Execution Part | Declaration Part में हम ऐसे वेरिएबल्स को डिक्लेअर करते है जिनका उपयोग हमे Execution Part वाले सेक्शन में करना होता है आइये इसको हम एक Example से समझते है
Example -:
int main(void)
{
int n=15; // Declaration Part
printf(“ n = %d “,n); // Execution Part
return (0);
}
6. User-Defined Functions or Sub Program Section
इस सेक्शन के अंडर सभी User-Defined Functions को Declare किया जाता है |
Example -:
int sum( int x, int y)
{
return x+y ;
}
A Simple C Program to Find Area of Circle
/* File Name -: area.c
Author Name -: Jeetu Sahu
Date -: 27/12/2020
Description -: A Program to find Area of Circle
*/
#include<stdio.h> // Link Section
#define PI 3.14 // Definition Section
float r; // Global Declarations Section
float area(float); // Global Declarations Section
int main(void) // Main functions Section
{
float aoc; // Declaration Part
printf("Enter the radius of circle"); // Execution Part
scanf("%f",&r);
aoc=area(r);
printf("area of circle is %f",aoc);
return (0);
}
float area(float R) // User-Defined Functions or Sub Program Section
{
return (R*R*PI) ;
}
Output -:

Conclusion
दोस्तों मैंने कोशिश की है की आपको सी लैंग्वेज के बेसिक स्ट्रक्चर (Basic Structure of C Program in Hindi) के बारे में पूरी जानकारी अच्छे से दूँ |
आशा करता हूँ की आपको आपके सवाल का जवाब मिल गया होगा और आपको कही और सी लैंग्वेज के बेसिक स्ट्रक्चर (Basic Structure of C Program in Hindi) के बारे में सर्च करना नहीं पड़ेगा |
फिर भी अगर आपको इस पोस्ट से रिलेटेड या प्रोग्रामिंग लैंग्वेज ,कंप्यूटर साइंस से रिलेटेड कोई भी जानकारी चाहिए तो जरुरु बताये मैं आपको आपके सभी सवालों को बहुत जल्द दूंगा |
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